Amavasya 2025: जनवरी से दिसंबर तक की अमावस्या
अमावस्या 2025 , हिंदू धर्म में अमावस्या का दिन पितरों की पूजा के लिए समर्पित एक महत्वपूर्ण दिन है, अमावस्या का दिन शुभ कार्यों जैसे की शादी, गृह प्रवेश, मुंडन आदि के लिए अशुभ माना जाता है, लेकिन पवित्र स्नान, पितृ तर्पण, पितृ पूजा, पिंड दान, दान, हवन और ब्राह्मणों को भोजन कराने जैसे धार्मिक कार्यों के लिए बहुत ही शुभ है।
Amavasya 2025: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार प्रत्येक माह के 30 दिन को चन्द्र कला के आधार पर 15-15 दिन के 2 पक्षों में बांटा गया है- शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन को पूर्णिमा कहते हैं और कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन को अमावस्या। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, अमावस्या वह दिन है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में होता है, जिसके कारण चंद्रमा की दृश्यता शून्य हो जाती है। इस दिन पृथ्वी पर चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण प्रभाव अधिक होता है।
अमावस्या 2025 (All Amavasya Dates in 2025)
चलिए जानते हैं कब साल 2024 में आने वाली समस्त अमावस्या तिथियों के बारे में.
अमावस्या | डेट | समय |
माघ अमावस्या (Amavasya in January 2025) | बुधवार 29 जनवरी 2025 | आरंभ – 07:35 अपराह्न, 28 जनवरी समाप्त – 29 जनवरी, सायं 06:05 बजे |
फाल्गुन अमावस्या (Amavasya in February 2025) | गुरूवार 27 फ़रवरी 2025 | आरंभ – 08:54 पूर्वाह्न, 27 फरवरी समाप्त – प्रातः 06:14 बजे, 28 फरवरी |
चैत्र अमावस्या (Amavasya in March 2025) | शनिवार 29 मार्च 2025 | आरंभ – 07:55 अपराह्न, 28 मार्च समाप्त – 04:27 PM, 29 मार्च |
वैशाख अमावस्या (Amavasya in April 2025) | रविवार 27 अप्रैल 2025 | प्रारंभ – प्रातः 04:49, अप्रैल 27 समाप्त – 01:00 पूर्वाह्न, 28 अप्रैल |
ज्येष्ठ अमावस्या (Amavasya in May 2025) | मंगलवार 27 मई 2025 | आरंभ – 26 मई, दोपहर 12:11 बजे समाप्त – प्रातः 08:31 बजे, 27 मई |
आषाढ़ अमावस्या (Amavasya in June 2025) | बुधवार 25 जून 2025 | प्रारम्भ – सायं 06:59 बजे, 24 जून समाप्त – 25 जून, सायं 04:00 बजे |
श्रावण अमावस्या (Amavasya in July 2025) | गुरुवार 24 जुलाई 2025 | आरंभ – 02:28 पूर्वाह्न, 24 जुलाई समाप्त – 12:40 पूर्वाह्न, 25 जुलाई |
भाद्रपद अमावस्या (Amavasya in August 2025) | शनिवार 23 अगस्त 2025 | प्रारंभ – 11:55 पूर्वाह्न, 22 अगस्त समाप्त – 11:35 पूर्वाह्न, 23 अगस्त |
अश्विन अमावस्या (Amavasya in September 2025) | रविवार 21 सितम्बर 2025 | आरंभ – 12:16 पूर्वाह्न, 21 सितंबर समाप्त – 01:23 AM, 22 सितम्बर |
कार्तिक अमावस्या (Amavasya in October 2025) | मंगलवार 21 अक्टूबर 2025 | आरंभ – 03:44 अपराह्न, 20 अक्टूबर समाप्त – 05:54 अपराह्न, 21 अक्टूबर |
मार्गशीर्ष अमावस्या (Amavasya in November 2025) | गुरुवार 20 नवंबर 2025 | आरंभ – 09:43 पूर्वाह्न, 19 नवंबर समाप्त – 12:16 अपराह्न, 20 नवंबर |
पौष अमावस्या (Amavasya in December 2025) | शुक्रवार 19 दिसंबर 2025 | प्रारम्भ – प्रातः 04:59, दिसम्बर 19 समाप्त – प्रातः 07:12 बजे, 20 दिसम्बर |
Hindu Calendar 2025: हिंदू कैलेंडर 2025
अमावस्या के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
- इस दिन मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
- तामसिक भोजन जैसे लहसून, प्याज और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए.
- आपको इस दिन किसी से लड़ाई नहीं करनी चाहिए. अपने मन को शांत रखना चाहिए.
- अमावस्या के दिन आपको झूठ बोलने से भी बचना चाहिए.
- अमावस्या को किसी के घर भोजन न करें।
- अमावस्या को सदाचरण और ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
- अमावस्या पर क्रोध, हिंसा, अनैतिक कार्य, मांस-मदिरा का सेवन एवं स्त्री से शारीरिक संबंध निषेध है।
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Amawasya 2025 FAQ’s
प्रश्न 1: अमावस्या कब होती है?
उत्तर: अमावस्या उस दिन होती है जब चंद्रमा पूर्ण रूप से सूर्य के साथ संरेखित होता है और आकाश में दिखाई नहीं देता। अमावस्या हिन्दू पंचांग के अनुसार हर महीने के अंत में आती है.
प्रश्न 2 : अमावस्या का धार्मिक महत्व क्या है?
उत्तर: अमावस्या का हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व है। इसे पितरों (पूर्वजों) की पूजा का दिन माना जाता है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, दान देते हैं, और पितरों के लिए श्राद्ध कर्म करते हैं।
प्रश्न 3 : अमावस्या पर कौन-कौन से कार्य शुभ माने जाते हैं?
उत्तर: अमावस्या पर पवित्र नदियों में स्नान करना, दान देना, पितरों की पूजा करना, और व्रत रखना शुभ माना जाता है। कई लोग इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा भी करते हैं।
प्रश्न 4: अमावस्या पर क्या नहीं करना चाहिए?
उत्तर: अमावस्या पर कुछ कार्यों को अशुभ माना जाता है जैसे कि नए कार्यों की शुरुआत, बाल कटवाना, नाखून काटना, और घर में झाड़ू लगाना।
प्रश्न 5: क्या अमावस्या के दिन व्रत रखना चाहिए?
उत्तर: हां, कई लोग अमावस्या के दिन व्रत रखते हैं। यह व्रत पवित्रता और मानसिक शांति के लिए रखा जाता है और इसे धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
प्रश्न 6: अमावस्या के दिन कौन से दान करना शुभ होता है?
उत्तर: अमावस्या के दिन अन्न, वस्त्र, और धन का दान शुभ माना जाता है। इसके अलावा, तिल, गुड़, और पीतल के बर्तन का दान भी महत्वपूर्ण होता है।