Annaprashan Muhurat 2025: अन्नप्राशन संस्कार के लिए शुभ तिथि व मुहूर्त, जनवरी से दिसंबर तक
Annaprashan Muhurat 2025: जब कोई शिशु जन्म के बाद पहली बार अन्न ग्रहण करता है तो उसको अन्नप्राशन कहते है। यहाँ जानेंगे जनवरी से दिसंबर तक के अन्नप्राशन संस्कार के शुभ तिथि और मुहूर्त के बारे में।
Annaprashan Muhurat 2025: सनातन धर्म में 16 संस्कारों में से एक है अन्नप्राशन संस्कार जो शिशु के छठवें महीने के बाद किया जाता है। 6 महीने तक नवजात शिशु अपनी माता के दूध या अन्य किसी पेय पदार्थ पर ही निर्भर रहता है। लेकिन उसके बाद शिशु को कुछ हल्का खाने के लिए दिया जाता है जिसको वो आसानी से पचा सके। शिशु जब प्रथम समय अन्न ग्रहण करता है तो इसी आयोजन को अन्नप्राशन संस्कार कहा जाता है। इस संस्कार के पश्चात ही शिशु को सर्वप्रथ चावल की खीर खिलाई जाती है। क्योंकि चावल की खीर को सनातन धर्म में देवताओं का खाना माना जाता है। अन्नप्राशन के लिये सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को शुभ माना जाता है। अन्नप्राशन संस्कार सदैव शुभ मुहूर्त में किया जाना चाहिए। तो यहाँ देखेंगे साल 2025 में अन्नप्राशन संस्कार के शुभ दिन और मुहूर्त। साथ में जानेंगे अन्नप्राशन संस्कार की विधि और इसके महत्व के बारे में।
अन्नप्राशन संस्कार का महत्व
“अन्नाशनान्मातृगर्भे मलाशाद्यपि शुद्धयति” इसका अर्थ है कि माता के गर्भ में रहते हुए शिशु में मलिन भोजन के जो दोष आते हैं उनके निदान व शिशु के सुपोषण हेतु शुद्ध भोजन करवाना चाहिये। छह महीने तक माँ का दूध ही शिशु के लिये सबसे बेहतर भोजन होता है। इसके पश्चात उसे अन्न ग्रहण करवाना चाहिये इसलिये अन्नप्राशन संस्कार का बहुत अधिक महत्व है। वैदिक शास्त्रों में भी अन्न को ही जीवन का प्राण बताया गया है। अन्न से ही मन का निर्माण बताया जाता है इसलिये अन्न का जीवन में बहुत अधिक महत्व है। कहा भी गया है कि “आहारशुद्धौ सत्वशुद्धि:”। सब प्रकार की शुद्धि में अन्नशुद्धि सर्वश्रेष्ठ है। इसका कारण यह है कि अन्न से शरीर, मन और प्रज्ञा उत्पन्न होती है; इसलिये अन्न शुद्धि और आहारशुद्धि आवश्यक मानी गयी है। आज लोग जो अन्न सेवन करते हैं, इनमें शुद्धि—अशुद्धि का ख्याल ही नहीं रखते हैं। उसका बुरा असर युवा पीढ़ी पर पड़ा है। इसलिये हर एक को अन्न और आहारशुद्धि को सबसे आगे देना चाहिए।
अन्नप्राशन मुहूर्त जनवरी (Annaprashan Date in January 2025)
तिथि | मुहूर्त |
1 जनवरी 2025 बुधवार | सुबह 07:45 से 10:22 तक सुबह 11:50 से शाम 16:46 तक शाम 19:00 से 23:38 तक |
2 जनवरी 2025 गुरुवार | सुबह 07:45 से 10:18 तक सुबह 11:46 से 16:42 तक शाम 18:56 से 23:34 तक |
6 जनवरी 2025 सोमवार | सुबह 08:20 से 12:55 तक दोपहर14:30 से 21:01 तक |
8 जनवरी 2025 बुधवार | शाम16:18 से 18:33 तक |
13 जनवरी 2025 सोमवार | रात्रि 20:33 से 22:51 तक |
15 जनवरी 2025 बुधवार | सुबह07:46 से 12:20 तक |
30 जनवरी 2025 गुरुवार | शाम 17:06 से 22:34 तक |
31 जनवरी 2025 शुक्रवार | सुबह 7:41 से 09:52 तक सुबह 11:17 से 17:02 तक शाम 19:23 से 23:56 तक |
अन्नप्राशन मुहूर्त फरवरी (Annaprashan Date in February 2025)
तिथि | मुहूर्त |
7 फरवरी 2025 शुक्रवार | सुबह 07:37-07:57 सुबह 09:24-14:20 शाम 16:35-23:29 |
10 फरवरी 2025 सोमवार | सुबह 07:38-09:13 सुबह 10:38-18:43 |
17 फरवरी 2025 सोमवार | सुबह 08:45-13:41 दोपहर 15:55-22:49 |
26 फरवरी 2025 बुधवार | सुबह 08:10-13:05 |
अन्नप्राशन मुहूर्त मार्च (Annaprashan Date in March 2025)
तिथि | मुहूर्त |
03 मार्च 2025 सोमवार | रात्रि 21:54-24:10 |
06 मार्च 2025 गुरुवार | सुबह 07:38-12:34 |
24 मार्च 2025 सोमवार | सुबह 06:51-09:28 दोपहर 13:38-18:15 |
27 मार्च 2025 गुरुवार | सुबह 07:41-13:26, शाम 15:46-22:39 |
31 मार्च 2025 सोमवार | सुबह 07:25-09:00, सुबह 10:56-15:31 |
अन्नप्राशन मुहूर्त अप्रैल (Annaprashan Date in April 2025)
तिथि | मुहूर्त |
02 अप्रैल 2025 बुधवार | दोपहर 13:02-19:56 |
10 अप्रैल 2025 गुरुवार | दोपहर 14:51-17:09, शाम 19:25-25:30 |
14 अप्रैल 2025 सोमवार | सुबह 10:01-12:15, दोपहर 14:36-21:29 |
25 अप्रैल 2025 मंगलवार | शाम 16:10-22:39 |
30 अप्रैल 2025 रविवार | सुबह 07:02-08:58, सुबह 11:12-15:50 |
अन्नप्राशन मुहूर्त मई (Annaprashan Date in May 2025)
तिथि | मुहूर्त |
01 मई 2025 गुरुवार | दोपहर 13:29-15:46 |
09 मई 2025 शुक्रवार | शाम 19:50-22:09 |
14 मई 2025 बुधवार | सुबह 07:03-12:38 |
19 मई 2025 सोमवार | शाम 19:11-23:34 |
28 मई 2025 बुधवार | सुबह 09:22-18:36, रात्रि 20:54-22:58 |
अन्नप्राशन मुहूर्त जून (Annaprashan Date in june 2025)
तिथि | मुहूर्त |
05 जून 2025 गुरुवार | सुबह 08:51-15:45, शाम 18:04-22:27 |
16 जून 2025 मंगलवार | सुबह 08:08-17:21 |
20 जून 2025 शनिवार | दोपहर 12:29-19:24 |
23 जून 2025 मंगलवार | शाम 16:53-22:39 |
26 जून 2025 शुक्रवार | दोपहर 14:22-16:42, शाम 19:00-22:46 |
27 जून 2025 शनिवार | सुबह 07:24-09:45, दोपहर 12:02-18:56, रात्रि 21:00-22:43 |
अन्नप्राशन मुहूर्त जुलाई (Annaprashan Date in July 2025)
तिथि | मुहूर्त |
02 जुलाई 2025 बुधवार | सुबह 07:05-13:59 |
04 जुलाई 2025 शुक्रवार | शाम 18:29-22:15 |
17 जुलाई 2025 गुरुवार | सुबह 10:43-17:38 |
31 जुलाई 2025 गुरुवार | सुबह 07:31-14:24 शाम 16:43-21:56 |
अन्नप्राशन मुहूर्त अगस्त (Annaprashan Date in August 2025)
तिथि | मुहूर्त |
04 अगस्त 2025 सोमवार | सुबह 09:33-11:49 |
11 अगस्त 2025 सोमवार | सुबह 06:48-13:41 |
13 अगस्त 2025 बुधवार | सुबह 08:57-15:52, शाम 17:56-22:30 |
20 अगस्त 2025 बुधवार | दोपहर 15:24-22:03 |
21 अगस्त 2025 गुरुवार | सुबह 08:26-15:20 |
25 अगस्त 2025 सोमवार | सुबह 06:26-08:10, दोपहर 12:46-18:51, रात्रि 20:18-23:18 |
27 अगस्त 2025 बुधवार | शाम 17:00-18:43, रात्रि 21:35-23:10 |
28 अगस्त 2025 गुरुवार | सुबह 06:28-12:34, दोपहर 14:53-18:39 |
अन्नप्राशन मुहूर्त सितंबर (Annaprashan Date in September 2025)
तिथि | मुहूर्त |
05 सितंबर 2025 शुक्रवार | सुबह 07:27-09:43, दोपहर 12:03-18:07, शाम 19:35-22:35 |
24 सितंबर 2025 बुधवार | सुबह 06:41-10:48, दोपहर 13:06-18:20, शाम 19:45-23:16 |
अन्नप्राशन मुहूर्त अक्टूबर (Annaprashan Date in October 2025)
तिथि | मुहूर्त |
01 अक्टूबर 2025 बुधवार | रात्रि 20:53-22:48 |
02 अक्टूबर 2025 गुरुवार | सुबह 07:42-07:57, सुबह 10:16-16:21, शाम 17:49-20:49 |
08 अक्टूबर 2025 बुधवार | सुबह 07:33-14:15, दोपहर 15:58-20:25 |
10 अक्टूबर 2025 शुक्रवार | रात्रि 20:17-22:13 |
22 अक्टूबर 2025 बुधवार | रात्रि 21:26-23:40 |
24 अक्टूबर 2025 शुक्रवार | सुबह 07:10-11:08, दोपहर 13:12-17:47, शाम 19:22-23:33 |
29 अक्टूबर 2025 बुधवार | सुबह 08:30-10:49 |
31 अक्टूबर 2025 शुक्रवार | सुबह 10:41-15:55 शाम 17:20-22:14 |
अन्नप्राशन मुहूर्त नवंबर (Annaprashan Date in November 2025)
तिथि | मुहूर्त |
03 नवंबर 2025 सोमवार | सुबह 07:06-10:29, दोपहर 12:33-17:08, 18:43-22:53 |
07 नवंबर 2025 शुक्रवार | सुबह 07:55-14:00, दोपहर 15:27-20:23 |
17 नवंबर 2025 सोमवार | सुबह 07:16-13:20, दोपहर 14:48-21:58 |
27 नवंबर 2025 गुरुवार | सुबह 07:24-12:41, दोपहर 14:08-21:19 |
अन्नप्राशन मुहूर्त दिसंबर (Annaprashan Date in December 2025)
तिथि | मुहूर्त |
04 दिसंबर 2025 गुरुवार | रात्रि 20:51-23:12 |
08 दिसंबर 2025 सोमवार | शाम 18:21-22:56 |
17 दिसंबर 2025 बुधवार | शाम 17:46-22:21 |
22 दिसंबर 2025 सोमवार | सुबह 07:41-09:20, दोपहर 12:30-17:26, शाम 19:41-24:05 |
24 दिसंबर 2025 बुधवार | दोपहर 13:47-17:18, शाम 19:33-24:06 |
25 दिसंबर 2025 गुरुवार | सुबह 07:43-12:18, दोपहर 13:43-15:19 |
29 दिसंबर 2025 सोमवार | दोपहर 12:03-15:03, शाम 16:58-23:51 |
अन्नप्राशन की विधि
मान्यता है की बालकों का अन्नप्राशन सम महीनों में यानि की 6, 8 , 10 , 12 और बालिकाओं का विसम यानि 5 , 7 , 9 व 11वें महीने में करना चाहिए।
सर्वप्रथम शुभ तिथि और मुहूर्त का चयन करें। उसके बाद घर की साफ सफाई करके घर की शुद्धि कर लें।
शिशु को नए कपड़े पहनाएं यदि संभव न हो तो कोही भी साफ सुथरे कपडे पहना सकते है।
स्वच्छ मन से चावल की खीर बनायें और खीर बनाते समय अपने इष्ट देव का स्मरण करें।
अन्नप्राशन पूजा के लिए माता पिता शिशु को लेकर आसन पर बैठें और एक दीपक प्रज्जवलित करें।
पूजा व हवन के दौरान परिवार के सभी सदस्य साथ में बैठे। परिवार में अगर बड़े बुजुर्ग हों तो उनको भी साथ में अवश्य बिठायें।
सर्वप्रथम पंडित जी द्वारा शिशु को खीर खिलाएं। अगर पंडित जी न हों तो अपने से बड़ो से खीर खिलवाएं। और अगर साथ में अपने से बड़े ना हों तो माता पिता ही शिशु को खीर खिला सकते हैं।
अन्नप्राशन के संबंध में पूछे जाने वाले सवाल
शिशु का अन्नप्राशन जन्म के कितने दिन बाद कर सकते हैं?
शिशु का अन्नप्राशन जन्म के 6 महीने के बाद कर सकते हैं।
अन्नप्राशन में शिशु को क्या खिलाना चाहिए?
अन्नप्राशन संस्कार में शिशु को चावल से बनी खीर खिलाएं।
अन्नप्राशन संस्कार के लिए कौन से दिन शुभ माने जाते हैं?
सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार के दिन शुभ होते हैं।
अन्नप्राशन संस्कार के लिए कौन से शुभ नक्षत्र हैं?
रोहिणी, श्रावण, धनिष्ठा, चित्रा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, अश्विनी, रेवती आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, उत्तराषाढ़ा, अनुराधा और स्वाति आदि नक्षत्रों को अन्नप्राशन संस्कार के लिए शुभ माना जाता है।