शुभ मुहूर्त

Namkaran Muhurat 2025: नामकरण संस्कार शुभ मुहूर्त और नक्षत्र

Namkaran Muhurat 2025: जनवरी से दिसंबर तक शिशु के नामकरण के लिए शुभ दिन, बार और नक्षत्र। (Baby Naming Ceremony Muhurat in 2025)

Namkaran Muhurat 2025: हिन्दू धर्म में नामकरण संस्कार 16 संस्कारों में से एक है। जब कोही नवजात शिशु सूतक समाप्त होने पर 10, 11, 12 , 13 या 21 दिन का हो जाता है तब उसका नामकरण संस्कार किया जाता है। किसी भी मनुष्य के लिए उसका नाम बहुत महवत्व रखता है।  इसलिए नामकरण संस्कार के दिन शिशु की कुंडली देख कर उसका उचित नाम रखा जाता है। जो उसकी कुंडली में ग्रह और नक्षत्रों के सयोंग से रखा जाता है। और सदैव ध्यान रखें की नामकरण संस्कार अच्छे मुहूर्त में ही संपन्न हो।  तो यहां आप देख पाएंगे साल 2025 के नामकरण संस्कारों के शुभ दिन मुहूर्त के बारे में।

आयुर्वेडभिवृद्धिश्च सिद्धिर्व्यवहतेस्तथा । नामकर्मफलं त्वेतत् समुद्दिष्टं मनीषिभिः ।।

अर्थात नामकरण-संस्कार से तेज़ तथा आयु की वृद्धि होती है। लौकिक व्यवहार में नाम की प्रसिद्धि से व्यक्ति का अस्तित्व बनता है।

नामकरण मुहूर्त 2025 (Baby Naming Ceremony Muhurat 2025 )

यहाँ आप देख पाएंगे साल 2025 में जनवरी से दिसंबर तक के नामकरण के शुभ मुहूर्त और नक्षत्र।

नामकरण मुहूर्त जनवरी 2025 (NamKaran Muhurat January 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
सोम, 1 जनवरी, 07:18बुध, 3 जनवरी, 22:21उत्तराषाढ़ा
शुक्र, 5 जनवरी, 20:18रविवासर, 7 जनवरी, 07:19उत्तरभाद्रपदा
सोम, 8 जनवरी, 07:19सोम, 8 जनवरी, 16:29अश्विनी
बुध, 10 जनवरी, 13:45गुरु, 11 जनवरी, 07:19रोहिणी
शुक्र, 12 जनवरी, 07:19शुक्र, 12 जनवरी, 11:24मृगशीर्षा
सोम, 15 जनवरी, 07:19सोम, 15 जनवरी, 10:28पुष्य
शुक्र, 19 जनवरी, 17:30शनिवासर, 20 जनवरी, 20:30हस्त
बुध, 24 जनवरी, 05:08गुरु, 25 जनवरी, 07:07अनुराधा
सोम, 29 जनवरी, 07:14बुध, 31 जनवरी, 05:50उत्तराषाढ़ा

नामकरण मुहूर्त फरवरी 2025 (NamKaran Muhurat February 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
शुक्र, 2 फरवरी, 07:12रविवासर, 4 फरवरी, 07:11उत्तरभाद्रपदा
मंगलवार, 6 फरवरी, 19:29गुरु, 8 फरवरी, 07:08रोहिणी
शनिवार, 10 फरवरी, 18:00रवि, 11 फरवरी, 07:06पुष्य
शुक्रवार, 16 फरवरी, 07:02शनिवार, 17 फरवरी, 04:31हस्त
मंगलवार, 20 फरवरी, 13:30बुधवार, 21 फरवरी, 15:53अनुराधा
शनिवार, 24 फरवरी, 18:59रवि, 25 फरवरी, 06:54उत्तराषाढ़ा
शनिवार, 24 फरवरी, 18:59रवि, 25 फरवरी, 06:54उत्तराषाढ़ा
सोमवार, 26 फरवरी, 06:53मंगलवार, 27 फरवरी, 15:43श्रवण

नामकरण मुहूर्त मार्च 2025 (NamKaran Muhurat March 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
शनिवार, 2 मार्च, 06:49सोमवार, 4 मार्च, 04:29उत्तरभाद्रपदा
बुधवार, 6 मार्च, 01:08गुरु, 7 मार्च, 23:32रोहिणी
शनिवार, 9 मार्च, 23:55सोमवार, 11 मार्च, 00:51पुष्य
शनिवार, 16 मार्च, 06:33शनिवार, 16 मार्च, 11:45हस्त
मंगलवार, 19 मार्च, 20:50बुधवार, 20 मार्च, 23:31अनुराधा
रविवार, 24 मार्च, 04:18सोमवार, 25 मार्च, 06:23उत्तराषाढ़ा
मंगलवार, 26 मार्च, 06:21बुधवार, 27 मार्च, 02:29धनिष्ठा
गुरु, 28 मार्च, 22:09शुक्रवार, 29 मार्च, 06:18उत्तरभाद्रपदा
शनिवार, 30 मार्च, 06:17रविवार, 31 मार्च, 13:45रेवती

नामकरण मुहूर्त अप्रैल 2025 (NamKaran Muhurat April 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
मंगलवार, 2 अप्रैल, 08:49गुरुवार, 4 अप्रैल, 05:51रोहिणी
शनिवार, 6 अप्रैल, 06:09रविवार, 7 अप्रैल, 06:24पुष्य
गुरुवार, 11 अप्रैल, 15:10शुक्रवार, 12 अप्रैल, 06:02हस्त
मंगलवार, 16 अप्रैल, 05:58बुधवार, 17 अप्रैल, 05:55अनुराधा
शनिवार, 20 अप्रैल, 11:48सोमवार, 22 अप्रैल, 05:52उत्तराषाढ़ा
मंगलवार, 23 अप्रैल, 05:51मंगलवार, 23 अप्रैल, 12:07धनिष्ठा
गुरुवार, 25 अप्रैल, 08:53शुक्रवार, 26 अप्रैल, 05:48उत्तरभाद्रपदा
शनिवार, 27 अप्रैल, 05:47रविवार, 28 अप्रैल, 00:38अश्विनी
मंगलवार, 30 अप्रैल, 05:45बुधवार, 1 मई, 14:20रोहिणी

नामकरण मुहूर्त मई 2025 (NamKaran Muhurat May 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
शनिवार, 4 मई, 05:41शनिवार, 4 मई, 12:53पुष्य
बुधवार, 8 मई, 21:06शुक्रवार, 10 मई, 00:09हस्त
मंगलवार, 14 मई, 05:34मंगलवार, 14 मई, 11:47अनुराधा
शनिवार, 18 मई, 05:32सोमवार, 20 मई, 05:31उत्तराषाढ़ा
बुधवार, 22 मई, 17:47शुक्रवार, 24 मई, 05:30उत्तरभाद्रपदा
शनिवार, 25 मई, 05:29शनिवार, 25 मई, 11:12अश्विनी
मंगलवार, 28 मई, 05:28बुधवार, 29 मई, 00:29मृगशीर्षा
गुरुवार, 30 मई, 21:29शुक्रवार, 31 मई, 05:28पुष्य

नामकरण मुहूर्त जून 2025 (NamKaran Muhurat June 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
बुधवार, 5 जून, 03:35गुरुवार, 6 जून, 06:33हस्त
रविवार, 9 जून, 15:31सोमवार, 10 जून, 05:26अनुराधा
गुरुवार, 13 जून, 23:20शुक्रवार, 14 जून, 05:27उत्तराषाढ़ा
शनिवार, 15 जून, 05:27सोमवार, 17 जून, 01:13श्रवण
बुधवार, 19 जून, 00:23शुक्रवार, 21 जून, 05:28उत्तरभाद्रपदा
रविवार, 23 जून, 15:16सोमवार, 24 जून, 05:28रोहिणी
मंगलवार, 25 जून, 05:29मंगलवार, 25 जून, 10:40मृगशीर्षा
गुरुवार, 27 जून, 07:21शुक्रवार, 28 जून, 05:30पुष्य

नामकरण मुहूर्त जुलाई 2025 (NamKaran Muhurat July 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
मंगलवार, 2 जुलाई, 11:07बुधवार, 3 जुलाई, 13:50हस्त
शनिवार, 6 जुलाई, 22:41सोमवार, 8 जुलाई, 01:11अनुराधा
गुरुवार, 11 जुलाई, 05:56शुक्रवार, 12 जुलाई, 05:35उत्तराषाढ़ा
शनिवार, 13 जुलाई, 05:36रविवार, 14 जुलाई, 06:49श्रवण
मंगलवार, 16 जुलाई, 05:46शुक्रवार, 19 जुलाई, 02:14उत्तरभाद्रपदा
शनिवार, 20 जुलाई, 22:53सोमवार, 22 जुलाई, 05:41रोहिणी
गुरुवार, 25 जुलाई, 00:00गुरुवार, 25 जुलाई, 16:00पुष्य
मंगलवार, 30 जुलाई, 05:45मंगलवार, 30 जुलाई, 21:53हस्त

नामकरण मुहूर्त अगस्त 2025 (NamKaran Muhurat August 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
शनिवार, 3 अगस्त, 06:35रविवार, 4 अगस्त, 09:12अनुराधा
बुधवार, 7 अगस्त, 14:01शुक्रवार, 9 अगस्त, 05:51उत्तराषाढ़ा
शनिवार, 10 अगस्त, 05:51शनिवार, 10 अगस्त, 13:52धनिष्ठा
मंगलवार, 13 अगस्त, 05:53गुरुवार, 15 अगस्त, 07:36उत्तरभाद्रपदा
शनिवार, 17 अगस्त, 05:55सोमवार, 19 अगस्त, 02:06रोहिणी
गुरुवार, 22 अगस्त, 00:00गुरुवार, 22 अगस्त, 00:08पुष्य
सोमवार, 26 अगस्त, 03:49सोमवार, 26 अगस्त, 06:00हस्त
मंगलवार, 27 अगस्त, 06:00मंगलवार, 27 अगस्त, 06:04हस्त
शनिवार, 31 अगस्त, 06:02शनिवार, 31 अगस्त, 17:27अनुराधा

नामकरण मुहूर्त सितंबर 2025 (NaamKaran Muhurat September 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
मंगलवार, 3 सितंबर, 23:08शुक्रवार, 6 सितंबर, 06:05उत्तराषाढ़ा
रविवार, 8 सितंबर, 20:02सोमवार, 9 सितंबर, 06:06उत्तरभाद्रपदा
मंगलवार, 10 सितंबर, 06:07बुधवार, 11 सितंबर, 13:58रेवती
शनिवार, 14 सितंबर, 06:09रविवार, 15 सितंबर, 07:31रोहिणी
मंगलवार, 17 सितंबर, 06:26बुधवार, 18 सितंबर, 06:26पुष्य
रविवार, 22 सितंबर, 11:24सोमवार, 23 सितंबर, 06:13हस्त
गुरुवार, 26 सितंबर, 22:09शुक्रवार, 27 सितंबर, 06:15अनुराधा

नामकरण मुहूर्त अक्टूबर 2025 (NamKaran Muhurat October 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
मंगलवार, 1 अक्टूबर, 08:06शुक्रवार, 4 अक्टूबर, 06:19उत्तराषाढ़ा
रविवार, 6 अक्टूबर, 06:16सोमवार, 7 अक्टूबर, 06:21उत्तरभाद्रपदा
मंगलवार, 8 अक्टूबर, 06:21मंगलवार, 8 अक्टूबर, 22:44अश्विनी
गुरुवार, 10 अक्टूबर, 17:31शुक्रवार, 11 अक्टूबर, 06:23रोहिणी
शनिवार, 12 अक्टूबर, 06:23शनिवार, 12 अक्टूबर, 13:36मृगशीर्षा
मंगलवार, 15 अक्टूबर, 06:25मंगलवार, 15 अक्टूबर, 12:00पुष्य
शनिवार, 19 अक्टूबर, 17:49रविवार, 20 अक्टूबर, 20:16हस्त
गुरुवार, 24 अक्टूबर, 04:51शुक्रवार, 25 अक्टूबर, 06:32अनुराधा
मंगलवार, 29 अक्टूबर, 06:34गुरुवार, 31 अक्टूबर, 18:51उत्तराषाढ़ा

नामकरण मुहूर्त नवंबर 2025 (NaamKaran Muhurat November 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
शनिवार, 2 नवंबर, 17:03सोमवार, 4 नवंबर, 06:39उत्तरभाद्रपदा
मंगलवार, 5 नवंबर, 06:40मंगलवार, 5 नवंबर, 09:40अश्विनी
गुरुवार, 7 नवंबर, 03:27शुक्रवार, 8 नवंबर, 06:42रोहिणी
रविवार, 10 नवंबर, 18:48सोमवार, 11 नवंबर, 06:44पुष्य
शनिवार, 16 नवंबर, 06:48रविवार, 17 नवंबर, 02:11हस्त
बुधवार, 20 नवंबर, 10:58गुरुवार, 21 नवंबर, 13:55अनुराधा
रविवार, 24 नवंबर, 21:53सोमवार, 25 नवंबर, 06:55उत्तराषाढ़ा
मंगलवार, 26 नवंबर, 06:56गुरुवार, 28 नवंबर, 02:32श्रवण
शनिवार, 30 नवंबर, 06:59सोमवार, 2 दिसंबर, 07:01उत्तरभाद्रपदा

नामकरण मुहूर्त दिसंबर 2025 (NaamKaran Muhurat December 2025)

मुहूर्त आरम्भमुहूर्त समाप्तिनक्षत्र
बुधवार, 4 दिसंबर, 14:54शुक्रवार, 6 दिसंबर, 07:04रोहिणी
रविवार, 8 दिसंबर, 04:11सोमवार, 9 दिसंबर, 02:52पुष्य
शुक्रवार, 13 दिसंबर, 05:50शुक्रवार, 13 दिसंबर, 07:09हस्त
शनिवार, 14 दिसंबर, 07:09शनिवार, 14 दिसंबर, 08:18हस्त
मंगलवार, 17 दिसंबर, 17:11बुधवार, 18 दिसंबर, 20:06अनुराधा
रविवार, 22 दिसंबर, 03:36सोमवार, 23 दिसंबर, 07:14उत्तराषाढ़ा
मंगलवार, 24 दिसंबर, 07:15बुधवार, 25 दिसंबर, 08:18धनिष्ठा
शनिवार, 28 दिसंबर, 07:16सोमवार, 30 दिसंबर, 06:04उत्तरभाद्रपदा

नामकरण संस्कार से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें

सूतक समाप्ति पर 10,11,12,13,16,19, व 22 वें दिन नामकरण संस्कार करना शुभ माना जाता है।

मान्यतानुसार ब्राहम्ण को 10 वे या 12 वें दिन, क्षत्रिय को 11 या 12 वें दिन वैश्य को 16 या 20 वें दिन नामकरण करना चाहिए। शुद्र इन तिथियों में कभी भी कर सकते हैं।

घर की साफ सफाई करने के बाद माता-पिता को स्नान करने के पश्चात नए व साफ धुले हुए कपडे पहनने चाहिए।

शिशु को भी स्न्नान करने के बाद नए कपडे पहनाएं।

पूजास्थल पर एक कलश की स्थापना करें और इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कलश पर कलावा या रोली बंधी हो और साथ ही साथ उसपर स्वास्तिक का शुभ चिन्ह भी बना हो।

शिशु के कमर में एक रंगीन धागा भी बाँधा जाता है. जिसे मेखला बंधन कहते हैं। बहुत से जगहों पर इसे कौंधनी, करधनी और छूटा के नाम से भी जाना जाता है।

विद्वान ज्योतिषि से कुंडली परामर्श के बाद बच्चे के नाम का अक्षर बताया जाता है।

बच्चे के पिता या कोई अन्य रिश्तेदार के द्वारा बच्चे के कान में बच्चे का नाम पुकारा जाता है।

अमावस्या के दिन नामकरण संस्कार नहीं करना चाहिए

नामकरण संस्कार से जुड़े सवाल

नामकरण के लिए कौन से दिन शुभ माने जाते हैं?

नामकरण के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को शुभ माना जाता है।

नामकरण के लिए कौन से नक्षत्र शुभ माने जाते हैं?

अश्विनी, शतभिषा, स्वाति, चित्रा, रेवती, हस्त, पुष्य, रोहिणी, मृगशीर्ष, अनुराधा, उत्तराषाढ़ा, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तरा भाद्रपद और श्रवण नक्षत्रों को शुभ माना जाता है।

नामकरण जन्म के कितने दिन बाद करना चाहिए?

जन्म के ग्यारहवें या बारहवें दिन।

नामकरण संस्कार के लिए शुभ तिथियों कौन से मानी जाती हैं?

शुक्ल या कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा (1), द्वितीया (2), तृतीया (3), पञ्चमी (5), सप्तमी (7), दशमी (10), एकादशी (11), द्वादशी (12), त्रयोदशी (13) तिथियों को नामकरण के लिये शुभ माना जाता है।

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